समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने श्री गुरु नानक देव जी के 550 वे प्रकाश उत्सव के मौके पर शुरू हुए सामाजिक जागरूकता के तहत विभिन्न जगह पुस्तक वितरण का लंगर लगाया जिसमें उन्होंने कहा कि यह (पुस्तक )लंगर स्वयं ग्रहण करने के बाद अपने पड़ोसी को दें जिससे वह भी ज्ञान रूपी लंगर को ग्रहण कर अपना जीवन उज्जवल कर सकेl समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने कहां की श्री गुरु नानक देव जी ने शिक्षा का लंगर लगाया था क्योंकि उस दौरान कुछ लोगों को ही शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार था जिससे लोग शिक्षा ग्रहण करने के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे थे उन्होंने सभी को शिक्षा देने के लिए गुरुमुखी भाषा की उत्पत्ति की |